Agni Ka Paryayvachi Shabd अनेक होते हैं ! लेकिन आपकी परीक्षा की दृष्टि से अग्नि के कुछ महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द इस प्रकार से हैं ! आग, अनल, पावक, दव, धूम्रकेतु ,दहन, ज्वलन,वैश्वानर, ज्वाला होते हैं ! वैसे तो अग्नि को हम सब अपने जीवन में पवित्रता का प्रतीक मानते हैं ! इस लेख में हम Agni ka paryayvachi batao जो की आपकी आगामी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं ! उन सभी को जानेंगे अग्नि के कौन-कौन से पर्यायवाची शब्द होते हैं ! वह इस प्रकार से हैं
- रोहिताश्व
- वहिन
- आग
- अनल
- पावक
- दव
- धूम्रकेतु
- धन्नजय
- जातदेव
- हुताशन
- वैश्वानर
- ज्वाला
- वायुसख
- दहन
- ज्वलन
- कृषानु
आदि यह सभी Agni Ka Paryayvachi Shabd होते हैं ! यह सभी पर्यायवाची शब्द आपकी परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही इंपॉर्टेंट है जिन्हें आपको याद रखना होगा !
पर्यायवाची शब्द का अर्थ क्या होता है
पर्यायवाची शब्द का अर्थ यह होता है जो भी शब्द समान अर्थ वाले होते हैं ! उन्हें पर्यायवाची शब्द कहा जाता है ! क्योंकि उनके अर्थ में समानता पाई जाती है इसलिए इन्हें Paryayvachi shabd कहा जाता है ! इसके साथ ही इनका प्रयोग अनेक प्रकार से किया जाता है ! जिसके कारण एक ही पर्यायवाची शब्द के अनेक गुण होते हैं और इनका प्रयोग भी अलग-अलग होता है !
अ से शुरू होने वाले 20 पर्यायवाची शब्द
अ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द जो इस प्रकार से हैं ! इन्हें आपको जानना आवश्यक है ! यह सभी पर्यायवाची शब्द आगामी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं !
- अरण्य-वन, विपिन, अटवी, कानन, जंगल
- अंग- वयु, देह, काया, शरीर,कलेवर, तन, अवय
- Agni Ka Paryayvachi Shabd- आग, अनल, पावक,ज्वलन, कृषानु, रोहिताश्व, दव, धूम्रकेतु, धन्नजय, जातदेव, हुताशन, वैश्वानर, ज्वाला, वायुसख, दहन, वहिन
- अचल- गिरि, शैल, नग, महिधर, आद्रि
- अनेक- नाना, कई, एकाधिक ।
- अनुवाद – भाषान्तर, उल्था, तर्जुमा ।
- अन्वेषण- गवेषण, खोज, जाँच, शोध, अनुसंधान
- अचला- पृथ्वी, क्षिति, धरा, वसुन्धरा, वसुधा, धरती
- अक्षर- मोक्ष, वर्ण, शिव, ब्रम्हा
- असुर- दनुज, दानव, दैत्य, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, तमीरचर, यातुधान, सुरारि
- अनुपम- अद्भूत, अनूठा, अपूर्व, अद्वितीय, अनोखा
- अमृत- सुधा, अमिय, सोम, पीयुष, अमी
- अभिजात- श्रेष्ठ, पूज्य, उच्च, कुलीन
- अश्व- हय, बाजि, तुरंग, घोटक, घोड़ा, रविसुत सैंधव
- अधर- ओष्ठ, ओठ, रदच्छद, रदपुट
- अज – ब्रम्हा, ईश्वर, दशरथ के जनक, बकरा
- अर्थ- अभिप्राय, धन, हेतु
- अपमान- अनादर, अवमान, बेइज्जती, अवज्ञ, तिरस्कार, उपेक्षा, निरादर
- अपराध- कसूर, दोष, जुर्म
- अप्सरा- देवांगना, सुरबाला, दिव्यांगना, सुरसुन्दरी, देवबाला
- अपार- असीम, अनन्त, बेहद, बेशुमार, निस्सीम
- अतिथि- पाहुन, मेहमान, आगन्तुक, अभ्यागत
- अरुण- सिन्दूर, सूर्य
- अंक- हृदय, गोद, संख्या, नाटक का एक भाग,
- अनार दाड़िम, शुकप्रिय, रामबीज
- अंधा- नेत्रहीन, सूरदास, अन्ध, चक्षुविहिन, प्रज्ञाचक्षु
- अनाज- अन्न, गल्ला, धान्य, शस्य
- अध्यापक- आचार्य, गुरु, शिक्षक, प्रवक्ता, व्याख्याता ।
पर्यायवाची शब्द कितने प्रकार के होते हैं ?
आपको बता दें की पर्यायवाची शब्द तीन प्रकार के होते हैं 1.पूर्ण पर्याय 2.पूर्णापूर्ण पर्याय 3. अपूर्ण पर्याय
1.पूर्ण पर्याय – पूर्ण पर्याय हम उसे कहते हैं ! जो की एक शब्द के स्थान पर दूसरा शब्द रखा जाता है और कोई भी अंतर न पड़ता हो ! उसे हम पूर्ण पर्याय कहते हैं जैसे की मेहमान, आगन्तुक, अभ्यागत आदि
2.पूर्णापूर्ण पर्याय – पूर्णापूर्ण पर्याय का सरल भाषा में अर्थ यह होता है ! कि जैसे कि समानार्थी शब्दों का प्रयोग किया जाता है उन्हें हम पूर्णापूर्ण पर्याय पर्यायवाची कहते हैं जैसे झेलना- गिराना
3. अपूर्ण पर्याय -अपूर्ण पर्याय का अर्थ यह होता है की किसी भी शब्द में छोटा सा अर्थ उसे शब्द के प्रयोग को बदल देता है ! जिससे दोनों का अर्थ अलग-अलग हो जाता है ! जैसे की अनल अनिल दोनों का अर्थ अलग होता है ! अनल का अर्थ अग्नि और अनिल का अर्थ हवा होती हए !
अग्नि के पर्यायवाची शब्दों का वाक्य में प्रयोग
Agni Ka Paryayvachi Shabd बताओ जो वाक्य में प्रयोग कर सके ! Agni Ka Paryayvachi Shabd का वाक्य में प्रयोग मैं आपको इस लेख के माध्यम से बताऊंगा ! कि किस प्रकार से Agni Ka Paryayvachi Shabd का वाक्य में प्रयोग किया जाता है ! कुछ अग्नि के पर्यायवाची शब्दों का मैं प्रयोग करके आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा ! लेकिन सभी वाक्य का प्रयोग करना थोड़ा मुश्किल होता है
- पास की दुकान पर लगी आग पर काबू पाया गया !
- हम सब दशहरा में राम की अच्छाई और रावण की बुराइयों का दहन करते हैं !
- मृत्यु हो जाने के बाद हम सभी के शरीर को दहन कर दिया जाएगा !
- राम ने अपने भाई को पीटा तो राम के भाई की आंखों में क्रोध की ज्वाला दिखाई दे रही थी !
- आंख में मिर्च लग जाने सेउसकी आंखों में जलन हो रही थी !
इसी प्रकार से Agni Ka Paryayvachi Shabd के वाक्य में प्रयोग करके शब्दों को बनाया जा सकता है !
अग्नि के कितने नाम होते हैं ?
अग्नि के तीन नाम होते हैं जो कि हमारे वेद आयुर्वेद में बताया गया है ! इसके तीन नाम इस प्रकार से बताए गए हैं 1. यथा 2. दिव्य 3. उदर
Agni ka Sanskrit Mein paryayvachi shabd क्या होता है !
अग्नि का संस्कृत में पर्यायवाची शब्द विक्षनरी होता है !
अग्नि के माता-पिता का नाम क्या है ?
अग्नि के माता का नाम सरस्वती और पिता का नाम भगवान ब्रह्मा बताया गया है !
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